अमरीका
****************अमरीका***************
सुपने मैं अमरीका न्योडा हाल छोड़ कै सारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हाराबात खपी ना यार मेरे कै भाई राज बीर तै बोल दिया
मुंह लागी जब बीरां कै या बात आग ज्यों फ़ैल गई
चाची ताई दादी सबके बस मेरीऐ कहानी चैल गई
एक बोली मेरी बैयर तै भेबे घर पाटण नै थारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारापोहंच अमरीका ब्याह रचावे तेरी शोक्कन ल्यावेगा
तू बालकां संग एकली तड़फै यू ना बोहड़ कै आवेगा
एक मेरी भाभी सींक फूंक गी घर बारण के कानां मैं
भीतरे भीतर बात पहुंच ली रिश्तेदारी के ज्ञानां मैं
सहज सहज सब पहुंचन लागे चाल्या ना कोई चारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारासाला मेरा खखाटे ठांदा भाई भाज जींद तै आया रै
केले काल्यां की सुध ना कोई देसी की बोतल ल्याया रै
आकै बोल्या आज्या बटेऊ बात एक बतलाणी सै
मनै सुनी अमरीका चाल्या बता या के नई कहाणी सै
उल्टा सुलटा बोल गया मेरा बद्धण लाग्या पारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारामेरा मामा थारी भाभी नै कर टेलीफोन बुलाया
सोटी के सहारे चाले था आज नया कामडा ल्याया
मेरै जाड़ा चढ़ता आवै आज यू मामा क्यूकर आया
एक ओड नै मेरे घर आली नै मुर्गे कै तड़का लाया
इसी सुनाई मेरे मामा नै मेरे होई गात की गारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारामेरी बुआ भी बोली बेटा डटीए मैं भी भाजी आऊं रे
गाडणजोगे तेरे कर्मां नै रोऊं तेरी नासां लठ चढ़ाऊं रे
तेरी आधी उम्र बीत गी आर तू इब यू के चांद चढावे रे
तेरे बालक होए बराबर के अर इब तू बन्नो ल्यावे रे
बुआ भूल गी रौला राला बस आपना गुस्सा तारया
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारामेरी बेबे भी छों मैं भर कै जमा ताती फाली ज्यूं आई
आछी भुंडी जिसी मन मैं आई उने सो सो गाल सुनाई
आं रे भाई रोए तने या के सूझी तेरे या के मन मैं आई
ऐरे म्हारी भाभी के माड़ी सै रे जो तू मांगे नई लुगाई
दीप जांगड़ा तेरा बीज मरे म्हारे घराँ कराया कारा
राड़
बधाई
रुक्के पड़गै ढूंढ़ बिगड़ गया म्हारादीप जांगड़ा
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